ज़ी न्यूज़
ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल 2019 के पहले सप्ताह के लिए उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार ज़ी न्यूज़ समग्र हिंदी समाचार चैनलों में आजतक चैनल से पीछे, दूसरे स्थान पर था। हिंदी समाचार ग्रामीण खंड में, ज़ी न्यूज़ चौथे स्थान पर था और हिंदी न्यूज़ अर्बन में, चैनल आजतक से दूसरे स्थान पर था। ज़ी मीडिया कोपोरेशन एलटीडी. द्वारा एक नया चैनल ज़ी हिंदुस्तान नाम से हिंदी समाचार चैनल भी शुरू किया गया। ज़ी न्यूज़ पेड चैनल होने से फ्री-टू-एयर है। इनके डिजिटल प्लेटफार्म zeenews.com के साथ मलयालम, तेलुगु, कन्नड़, तमिल और गुजराती सहित पांच नई भाषा साइटों को जोड़ा है।
श्रोतागण शेयर
अनुपलब्ध डेटा
स्वामित्व प्रकार
निजी
भौगोलिक कवरेज
राष्ट्रीय
सामग्री प्रकार
प्रसारण के लिए मुफ्त (डीटीएच एंड केबल ओपरेटर्स)
मीडिया कंपनियों / समूह
ज़ी मीडिया कॉर्पोरेशन लिमिटेड
स्वामित्व - ढाँचा
ज़ी न्यूज़ का स्वामित्व ज़ी मीडिया कॉर्पोरेशन लिमिटेड के पास है और जिसके सबसे बड़े शेयरधारक 25एफपीएस मीडिया प्राइवेट कॉर्पोरेशन 35.32% और आर्म इन्फ्रा एंड यूटिलिटी प्राइवेट लिमिटेड 33.79% हैं, शेष 30.89% शेयर सार्वजनिक स्वामित्व मे हैं।
25 एफपीएस मीडिया प्राइवेट का 100% हिस्सा और आर्म इंफ्रा और यूटिलिटीज प्राइवेट लिमिटेड का 99% हिस्सा प्राइमेट इंफ्रा पावर एंड मल्टीवेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड (जिसे पहले प्राइम पब्लिशिंग प्राइवेट लिमिटेड के रूप में जाना जाता है) के पास है।
प्राइमेट इन्फ्रा पावर और मल्टीवेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड (जिसे पहले प्राइम पब्लिशिंग प्राइवेट लिमिटेड के नाम से जाना जाता है) का 99.99% शेयर स्प्रिट टेक्सटाइल प्राइवेट लिमिटेड के पास है।
डॉ. सुभाष चंद्रा की पत्नी श्रीमती सुशीला गोयनका के पास स्प्रिट टेक्सटाइल प्राइवेट लिमिटेड की 51% हिस्सेदारी है और इस कंपनी के माध्यम से ज़ी मीडिया कॉर्पोरेशन लिमिटेड 35.24% हिस्सेदारी रखता है।
स्पिरिट टेक्सटाइल प्राइवेट लिमिटेड का 48% हिस्सा एशियन सैटेलाइट ब्रॉडकास्ट प्राइवेट लिमिटेड के पास है। प्राइमट इंफ्रा पावर और मल्टीवेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से स्प्रीट टेक्सटाइल प्राइवेट लिमिटेड, ज़ी मीडिया कॉर्पोरेशन लिमिटेड मे 33.13% हिस्सेदारी रखती है।
एशियन सैटेलाइट ब्रॉडकास्ट प्राइवेट लिमिटेड के शेयर 6 कंपनियों के बीच बंटे हुए हैं: एडिसन मल्टीमीडिया प्राइवेट लिमिटेड इन्फ्रापावर एंड मल्टीवेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड 17%, एस्सेल एग्रो प्राइवेट 17%, जय प्रोपरटीस प्राइवेट लिमिटेड 17%, कोंती इंफ्रापावर एंड मल्टीवेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड 17%, कोंती इंफ्रापावर एंड मल्टीवेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड 17% और एस्सेल इंटरनेशनल लिमिटेड के 15% है।
डॉ. सुभाष चंद्रा एस्सेल मीडिया वेंचर्स के 100% और प्राइवेट लिमिटेड के मालिक हैं वह हरेक कफ़नी मे 20% शेयरधारक हैं जिनमे से प्रमुख तौर पर- एडिसन इन्फ्रापावर एंड मल्टीवेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड, एस्सेल एग्रो प्राइवेट, जय प्रोपरटीस प्राइवेट लिमिटेड, कोंती इंफ्रापावर एंड मल्टीवेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड हैं। एडिसन यूटिलिटी प्राइवेट लिमिटेड स्प्रिट टेक्सटाइल के माध्यम से सुभाष चंद्रा ज़ी मीडिया कॉर्पोरेशन मे 5.59% शेयरधारक हैं।
इसके अलावा, उपर्युक्त सभी 6 कंपनियों में क्रॉस शेयरहोल्डिंग बहुत अधिक है इसलिए सुभाष चंद्रा के कुल कितने शेयर किस कंपनी मे है की गणना करना मुश्किल है।
हालाँकि, उपरोक्त विवरण के आधार पर यह स्पष्ट होता है कि डॉ. सुभाष चंद्रा की पत्नी श्रीमती सुशीला गोयनका, ज़ी मीडिया कॉर्पोरेशन लिमिटेड मे 35.24% हिस्सेदारी रखती हैं डॉ. सुभाष चंद्रा 5.59% (ट्रेस करने योग्य) साथ ही कुल 40.83% है। जनता के पास 30.89% शेयर हैं और शेष 28.28% शेयर डॉ. सुभाष चंद्रा और उनके परिवार के पास ही हैं। हालांकि कंपनियों के बीच जटिल क्रॉस शेयर होल्डिंग के कारण इसे सत्यापित नहीं किया जा सका।
मताधिकार
डेटा अनुपलब्ध
व्यक्तिगत स्वामी
समूह / व्यक्तिगत स्वामी
सार्वजनिक
30.89% शेयर सार्वजनिक स्वामित्व मे हैं
सामान्य जानकारी
स्थापना वर्ष
1999
संस्थापक संबद्ध व्यवसाय
डॉ. सुभाष चंद्रा को 1992 में भारत का पहला उपग्रह टेलीविजन मनोरंजन चैनल ज़ी टीवी शुरू करने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने भारत के निजी स्वामित्व वाले समाचार चैनल, ज़ी न्यूज़ की भी शुरुआत की। डॉ. चंद्रा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों की मदद से 2016 से हरियाणा से भारतीय संसद के सदस्य हैं। 2014 से बीजेपी देश में सत्ताधारी पार्टी है।
डॉ सुभाष चंद्रा, गोयनका कारोबारी परिवार का हिस्सा हैं। उनके भाई लक्ष्मी नारायण गोयल, जवाहर गोयल और अशोक गोयल एस्सेल ग्रुप के अलग-अलग कारोबारों मे संलग्न हैं। वह जवाहर गोयल डिश टीवी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं, डिश टीवी डायरेक्ट-टू-होम (डीटीएच) एंटरटेनमेंट कंपनी है। डॉ. चंद्रा जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड के गैर-कार्यकारी निदेशक हैं, ज़ी टीवी के मनोरंजन शाखा के मालिक हैं। उनके बेटे, पुनीत गोयनका कंपनी के प्रबंध निदेशक और सीईओ हैं। डॉ. चंद्रा के दूसरे बेटे, अमित गोयनका कंपनी के अंतर्राष्ट्रीय प्रसारण व्यवसाय के सीईओ हैं।
सी ई ओ संबद्ध व्यवसाय
अशोक वेंकटरमनि, ज़ी मीडिया कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हैं और बंबई (अब मुंबई) विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ़ टेक्नोलॉजी मे शिक्षा हासिल कर चुके है। उन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) अहमदाबाद और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से मैनेजमेंट मे डिग्री हासिल की है। उन्होंने एफएमसीजी - फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स - सेक्टर में यूनिलीवर के साथ अपना करियर शुरू किया था और कंपनी में 19 साल बिताए। वह एबीपी न्यूज नेटवर्क के पूर्व सीईओ हैं।
वह न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन के बोर्ड अध्यक्ष और पूर्व निदेशक भी रह चुके हैं, वर्तमान में इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एडवर्टाइजर्स (IAA- India Chapter) की प्रबंधन समिति का हिस्सा हैं। उन्होंने भारत सरकार द्वारा नियुक्त डिजिटाइजेशन टास्क फोर्स के सदस्य के रूप में भी काम किया है।
वह ओवरसीज प्रॉपर्टी कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड, आईआरआईएस बिजनेस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड और इंटेलिजेंट इनसाइट्स प्राइवेट लिमिटेड में निदेशक हैं।
मुख्या संपादक संबद्ध व्यवसाय
सुधीर चौधरी, ज़ी न्यूज़, ज़ी बिसनेस और वर्ल्ड इस वन न्यूज़ के प्रधान संपादक हैं। वह 2012 से ज़ी नेटवर्क के साथ हैं। अतीत में वह सहारा समय के साथ रहे हैं, 2008 में वह लाइव इंडिया नामक एक छोटे से हिंदी समाचार चैनल से जुड़े।
सुधीर चौधरी ने 2012 में ज़ी नेटवर्क को फिर से शुरू किया। वह ज़ी न्यूज़ पर 9 बजे के शो "डीएनए: डेली न्यूज़ एंड एनालिसिस" को होस्ट करते हैं जिसकी दर्शकों संख्या अधिक है। सुधीर चौधरी को 2013 में हिंदी पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित रामनाथ गोयनका पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
संपर्क करें
एस्सेल स्टूडियो
एफसी-19, सेक्टर 16-ए ,
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ईमेल: inews@zeemedia.esselgroup.com,
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वित्तीय जानकारी
राजस्व (मिलियन डॉलर में)
डेटा अनुपलब्ध
परिचालन लाभ
डेटा अनुपलब्ध
विज्ञापन (कुल धन का%)
डेटा अनुपलब्ध
मार्केट शेयर
डेटा अनुपलब्ध
अतिरिक्त जानकारी
मुख्य समाचार
मेटा डेटा
ज़ी मीडिया कॉर्पोरेशन लिमिटेड के बारे में अधिकांश डेटा कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय पर ऑनलाइन उपलब्ध थे। अंतिम लाभार्थी और कंपनी के स्वामित्व के विषय मे पता लगाना मुश्किल था क्योंकि कई कंपनियां थीं जिनके माध्यम से अंतिम मालिक की ज़ी मीडिया कॉर्पोरेशन लिमिटेड में हिस्सेदारी स्थापित होती थी। इसके अतिरिक्त अन्य व्यवसायों जो की सीधे ज़ी मीडिया कॉरपोरेशन लिमिटेड से संबंधित नहीं हैं जैसे एस्सेल ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़, यह एक बड़ी कंपनी है यद्यपि इसकी कानूनी वैद्यता के विषय मे कोई भी स्पष्टता नहीं है।