दिनामलर
दीनामलर, एक तमिल अखबार, जिसकी पाठक संख्या 11.65 मिलियन है, 2017 मे भारतीय रीडरशिप सर्वे (IRS) के अनुसार तीसरा सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला तमिल अखबार है और नौवां सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला क्षेत्रीय अखबार है। इसकी स्थापना स्वतंत्रता सेनानी, टीवी रामसुबाईयर ने 1951 में केरल राज्य के तिरुवनंतपुरम में की थी। आज उनके बेटे, और पोते अखबार चलाते हैं। अखबार की वेबसाइट के मुताबिक, अखबार खुद को किसी भी राजनीतिक दल या धर्म के नजदीक नहीं देखता है। इसका एक संडे संस्करण भी निकलता है, जो तमिल में एक पिच "संडे ना रेंडु" जिसका अर्थ है "यदि यह रविवार है, तो यह दो बार है" नाम से प्रकाशित होता है। यह अखबार विशिष्ट पाठकों के लिए विभिन्न साप्ताहिक पूरक प्रकाशित करता है जिसमें महिलाएं, छात्र, डॉक्टर और गृहिणी शामिल हैं।
श्रोतागण शेयर
1.89%
स्वामित्व प्रकार
निजी
भौगोलिक कवरेज
राष्ट्रीय
सामग्री प्रकार
भुगतान किया हुआ
मीडिया कंपनियों / समूह
प्रोफेशनल पब्लिकेशनस प्राइवेट लिमिटेड
स्वामित्व - ढाँचा
दीनामलर प्रोफेशनल पब्लिकेशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्रकाशित किया जाता है। व्यावसायिक प्रकाशन प्राइवेट लिमिटेड के शेयर डॉ. आर. लक्ष्मीपति और परिवार के बीच विभाजित हैं। शेयरधारकों में डॉ. आर. लक्ष्मीपति के पास कंपनी का 52% हिस्सा है,
उनके बेटे एल. आदिमूलम और श्री रामसुब्बू लक्ष्मीपति की कंपनी में प्रत्येक की 14% हिस्सेदारी है। शेष 20% शेयर परिवार के अन्य सदस्यों के स्वामित्व में हैं जिसमे, एस. लक्ष्मी 14% और के शंकरन 6% हैं।
इसलिए डॉ. आर. लक्ष्मीपति और परिवार के पास प्रोफेशनल पब्लिकेशन प्राइवेट लिमिटेड की 100% हिस्सेदारी है और इस कंपनी के माध्यम से दिनमलर का नियंत्रण है।
मताधिकार
अनुपलब्ध डेटा
व्यक्तिगत स्वामी
सामान्य जानकारी
स्थापना वर्ष
1951
संस्थापक संबद्ध व्यवसाय
दिनामलर के संस्थापक, स्वतंत्रता सेनानी दार्शनिक और एक पत्रकार थे। उन्होंने केरल के तिरुवनंतपुरम में वर्ष 1951 में दिनामलर का शुभारंभ किया। बाद में उन्होंने तमिलनाडु के शहरों से इसकी शुरुआत की थी। 1951 में तिरुनेलवेली, 1966 में त्रिची, 1979 में चेन्नई, 1980 में मदुरै, 1984 में इरोड, 1991 1992 में कोयंबटूर, 1993 में वेल्लोर, 1996 में नागरकोइल और 2000 में सलेम में पुदुचेरी से समाचार पत्रों के संस्करण लॉन्च किए। रामासुबाईयर को कभी भी किसी पार्टी या विचारधारा से नहीं जोड़ा गया उनका अखबार हमेशा ही राजनीतिक या धार्मिक संबद्धता से दूर रहे। वर्ष 1984 में रामसुबाईयर की मृत्यु हो गई जिसके बाद उनके बेटे, लक्ष्मीपति ने यह समाचार पत्र संभाला। आज उनके बेटे, लक्ष्मीपति रामासुबाईयर और पोते आदिमूलम और रामसुब्बु, दीनमलर को प्रकाशित करने वाली कंपनी प्रोफेशनल पब्लिकेशन प्राइवेट लिमिटेड में हिस्सेदारी रखते हैं।
सी ई ओ संबद्ध व्यवसाय
डेटा अनुपलब्ध
मुख्या संपादक संबद्ध व्यवसाय
डेटा अनुपलब्ध
अन्य महत्वपूर्ण लोग संबद्ध व्यवसाय
डेटा अनुपलब्ध
संपर्क करें
दिनामलर, नंबर. 39, व्हाइट रोड,
चेनई– 600 014.
टेल.: +91 44 285 40001-09
ईमेल: dmrae@dinamalar.in
वेबसाइट: www.dinamalar.com
वित्तीय जानकारी
राजस्व (मिलियन डॉलर में)
अनुपलब्ध डेटा
परिचालन लाभ
अनुपलब्ध डेटा
विज्ञापन (कुल धन का%)
अनुपलब्ध डेटा
मार्केट शेयर
अनुपलब्ध डेटा
अतिरिक्त जानकारी
मेटा डेटा
एडिटर-इन-चीफ और अखबार के सीईओ के बारे में कोई जानकारी नहीं है। अखबार की वेबसाइट पर संपादकीय टीम या लीडरशिप टीम का उल्लेख नहीं है। कंपनी को 18 मार्च 2019 को ईमेल के माध्यम से और 22 मार्च 2019 को कूरियर द्वारा डेटा की जानकारी और सत्यापन के लिए लिखा गया है। कंपनी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।