मीडिया
भारत एक देश है - महाद्वीपीय आकार और सांस्कृतिक, भाषाई और धार्मिक विविधता का बहुरूपदर्शक। यह केवल अपरिहार्य है कि मीडिया भी इस तथ्य को प्रतिबिंबित करता है। देश की तरह, मीडिया समृद्ध और विविध है - स्वामित्व राष्ट्रीय स्तर पर विविध है, और क्षेत्रीय स्तर पर केंद्रित है। देश में मीडिया के आंकड़े चौंकादेनेवाले हैं। भारत में 17500 से अधिक पंजीकृत समाचार पत्र हैं, जिनमें अंग्रेजी, हिंदी और क्षेत्रीय भाषाएं शामिल हैं। देश में लगभग 900 टेलीविजन चैनल हैं, जिनमें से 400 से अधिक समाचार चैनल हैं, और संख्या तेजी से बढ़ रही है।
मीडिया के बड़े नामों का राष्ट्रीय और साथ ही क्षेत्रीय उपस्थिति भी है, लेकिन राज्य स्तर पर दर्शकों और पाठकों के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा है, क्योंकि क्षेत्रीय स्तर पर कईं कम्पनियाँ है जिनके पास उस स्तर पर उपभोक्ताओं का एक बड़ा ब्लॉक है। ऑनलाइन एक और अलग जंग है, जिसमें स्थापित समाचार पत्रों का डिजिटल आउटलेट है, जो न केवल उनके प्रिंट अवतार का विस्तार है, बल्कि वीडियो, ब्लॉग, राय और विश्लेषण भी प्रस्तुत करते हैं - जो दैनिक समाचार पत्र में फिट नहीं हो सकता है। साथ ही ऐसे भी मीडिया कंपनियां हैं जो केवल डिजिटल यानि वेबसाइटें चलते हैं, जो ज्यादातर विश्लेषण और राय के बारे में हैं।
समाचार रेडियो, देश के सरकार का एकाधिकार है और सरकार द्वारा संचालित सार्वजनिक प्रसारक का एकमात्र संरक्षण है - ऑल इंडिया रेडियो, जो भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा वित्तपोषित प्रसार भारती नामक एक स्वायत्त निकाय के तहत संचालित होता है।
संक्षिप्त में, भारत में मीडिया का अध्ययन उतना ही रंगीन और दिलचस्प है, जितना इस देश के मीडिया। MOM ने 58 मीडिया आउटलेट का अध्ययन किया है - जिसमे 25 प्रिंट मीडिया, 23 टीवी चैनल, 9 ऑनलाइन मीडिया, और एक रेडियो स्टेशन शामिल है। इनके मालिक हैं 39 कंपनियां और 45 व्यक्तिगत लोग।